Monday, April 20, 2020

निर्गुण निराकार हूँ


कैसे लड़ना चाहते हो ?
बल से !!!
छल से  !!!
प्रेम से !!!
ज्ञान से !!!
या ध्यान से..... 

कुछ ना बिगाड़ पाओगे .....
निर्गुण निराकार हूँ !!!
तेरे अहंकार से परे हूँ !!!


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आज़माती नहीं..

बदला हर एक कमज़ोरी को ताकत में । अब मसला ये की तू आज़माती नहीं ।।